*एक कवि*
मैंने एक कविता लिखी है,जो मैं आपको सुनाता हूँ।।
खोए हुए सपनों को मैंने,
आंखों में बसाया हैं।।
कुछ रंगीन ख्वाबों को,
मैंने सांसों में समाया है।।
अपनी हर एक जीत,
मैंने दिल से लगाई है।।
उन कुछ हार से भी,
मैंने कुछ अपनाया है।।
जिससे मेरा दिल टूटा,
और दुश्मन खुश हुए।।
मैंने एक कविता लिखी,
जो मैंने आपको सुनाई।।
कवि- दीपक कोहली
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