हे युवाओ, अब तुम सब आगे बढो,
रूकने का अब,नाम भी मत लो।
उठी सब जागो, आगे बढो,
लक्ष्य अपना हासिल कर लो।
अब बैठने का नही रहा वक्त,
हो जाओ तुम सब अब,तैयार।
होना पड़ेगा अब तमसबो को सख्त,
लेना होगा अपना अधिकार ।
ये दुनिया है बहुत ही स्वार्थी,
कर्म पथ के तुम सब हो अभ्यर्थी,।
अनुनय विनय का नही है समय,
कर्म करने से मत कर,संषय।
तुमसब निडर बनो और साहसी,
नही हो कायर,लक्षय को रहे अभिलाषी।
लक्ष्य हासिल करने के प्रति,
सब लगाये अपना शक्ति ।
तुमसबो को यहाँ कर्म किये बिना,
कठिन होगा कुछ भी हासिल करना।
तुमसब रूककर अब न करो वक्त बेकार,
उठो, जागो आगे बढीं, ले निज अधिकार ।
युवा हो तुमसब हमारे इस वक्त का,
बहाव प्रवाल है तन मे तेरे रख का।
फिर किसी भी कार्य से क्यों डरना,
कर्मे कर लक्ष्य है तुमसबो को हासिल करना।
कहते है चुन्नू कवि समस्त युवा ओ से,
पीछे कभी मत मुडना भविष्य के संभावनाओं से।
हे युवाओं अब तुम सब हो एकत्रित,
एकता का ताकत ही है हमारा संगठित।
- चुन्नू साहा
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