साहित्य चक्र

02 February 2023

भावनानी के 5 भाव




कुछ रेड पथक दस्ते मनीराम के चहेते होते हैं
 

कुछ रेड पथक दस्ते मनीराम के चहेते होते हैं 
उसके बल पर कुछ को छोड़ते पकड़ते हैं 
प्रक्रिया में अज्ञात होते हैं 
ऐसे अफ़सरों के घर नोटों के पहाड़ होते हैं 

कुछ ऐसे अफ़सर होते हैं 
जो ज्ञान के खोते होते हैं 
ऑफिस में सोते हैं 
अज्ञान में खुद को दुबेते हैं 

कुछ रेड पथक में शामिल होते हैं 
जानकारी के अज्ञात मालूम होते हैं 
कानून की जानकारी में अज्ञात होते हैं 
तोते की तरह प्रक्रिया करते हैं 

कुछ अफ़सर स्काट का अतिरिक्त प्रभार 
मिलने पर धन बटोरने में लगे होते हैं 
अपने मूल विभाग का ध्यान खोते हैं 
मलाई पर लक्ष्य भेदकर बहुत खुश होते हैं

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भ्रष्टाचार की काट सख़्त जवाबदेही

हर प्रशासकीय पद की सख़्त ज़वाबदेही 
व्यवहारिक रूप से ज़रूरी है 
कागजों में दर्ज ज़वाबदेही को 
धरातल पर वास्तविक लाना ज़रूरी है 

हर स्तर पर होगी अगर वास्तविक ज़वाबदेही 
उस स्तर का पदासीन बच नहीं पाएगा 
फ़ाइल उसके स्तर से आगे कैसे गई 
ज़वाब के दायरे में लाना ज़रूरी है 

मीडिया में हाई प्रोफाइल केस हमने देखे 
एक दूसरे स्तर का बचाव करते भी देखें 
चोर चोर मौसेरा भाई कहावत भी देखें 
समझते हैं नीचे से ऊपर आई कारगुज़री है-4 

इसलिए सीएम ने कहा ज़वाबदेही 
पर व्यवहारिक नहीं वास्तविक कार्यवाही 
हर स्तर पर दोषी को किए का 
वास्तविक दंड देना ज़रूरी है


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बड़े बुजुर्गों से बड़ा कोई धन नहीं

बड़े बुजुर्गों से बड़ा कोई धन नहीं 
पिता से बड़ा कोई सलाहकार नहीं 
मां के आंचल से बड़ी कोई दुनिया नहीं 
भाई से बड़ा कोई भागीदार नहीं 

बहन से बड़ा कोई शुभचिंतक नहीं 
परिवार से बड़ा सृष्टि में कोई लोक नहीं 
माता पिता से बड़ा सृष्टि में कोई अपना नहीं
प्रथम गुरु हैं माता पिता से बड़ा कोई नहीं

करो दिल से सजदा इबादत बनेगी 
बड़े बुजुर्गों की सेवा अमानत बनेगी 
खुलेगा जब तुम्हारे गुनाहों का खाता 
बड़े बुजुर्गों की सेवा जमानत बनेगी

कहने को परिवार घर दीवार छत है परंतु 
यह खुशियों का अनमोल खजाना बताते हैं 
बड़े बुजुर्गों वृक्ष हम शाखाएं हैं यह बताते हैं 
यह सब को सुख सुविधा आरािवार है फूलों की माला

परिवार है फूलों की माला यह सिखाते हैं 
इस माला के हम सब फूल यह बताते हैं 
प्रेम सद्भाव से रहना सिखाते हैं 
भारतीय संस्कृति की यही पहचान बताते हैं 

जिस परिवार में माता-पिता हंसते हैं 
उनके आंगन में भगवान बसते हैं 
प्रथम गुरु माता-पिता होते हैं 
अच्छी सीख परिवार में देते हैं 

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गांधीजी के सिद्धांत व विचार

सत्य अहिंसा शांति धर्मनिरपेक्षता 
धार्मिक बहुलवाद और अधिकारों के लिए 
लड़ना सत्याग्रह का सहारा 
गांधीजी के सिद्धांत थे 

राजनीतिक नैतिकतावादी उपनिवेशवाद विरोधी 
दूरदर्शी नेतृत्व अहिंसात्मक दृष्टिकोण 
 बाधाओं के खिलाफ एकजुटता 
 गांधीजी के विचार थे 
 
गांधी जी का सम्मान नोबेल शांति पुरस्कार 
के लिए पांच बार नामांकन किया गया 
ग्रेट ब्रिटेन ने मृत्यु के 21 साल बाद उनका सम्मान 
डाक टिकट जारी किया जिनके खिलाफ लड़ाई किए थे 
 
दो अक्टूबर महात्मा गांधी के विश्वासों आदर्शों 
शिक्षाओं अहिंसात्मक दृष्टिकोण को 
उत्सव के रूप में याद कर उनका पालन 
करने का दिन है जो उनके स्वपन थे 

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सहज़ता में संस्कार उगते हैं

अपने आपको सहज़ता से जोड़ो 
सहज़ता में संस्कार उगते हैं 
सौद्राहता प्रेम वात्सल्य पनपता है 
लक्ष्मी सरस्वती का आशीर्वाद बरसता है 

जिंदगी की दुर्गति की शुरुवात 
अहंकार रूपी विकार से होती है
अहंकार दिख़ाने को छोड़ो, परिणाम 
 मानसिक असंतुलन की शुरुआत होती है 

क्रोध अहंकार दिखावा छोड़ 
सहज़ता जोड़ो क्रोध के उफ़ान में 
अपराध हिंसा हो जाती है 
घर बार जिंदगी तबाह हो जाती है 

जिंदगी को वात्सल्य रूपी सुयोग्य मंत्रों से जोड़ो 
क्रोध रूपी विकार को छोड़ो 
अपने, आपको विनम्रता से जोड़ो 
इस मंत्र से भारत के हर व्यक्ति को जोड़ो

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                              - किशन सनमुख़दास भावनानी



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