अपना घर
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स्वर्ग से सुंदर
प्यारा-न्यारा
अपना घर
छोटा हो या हो बड़ा
कच्चा हो या हो पक्का
जैसा भी हो
कैसा भी हो
सबसे बढ़िया होता
अपना घर
सुख-शांति
असीम तृप्ति
आनन्द की खान
अपना घर
जाड़ा-गर्मी और बरसात से
सहज बचा लेता
अपनों के प्यार-स्नेह से
महक उठता घर
घर का सुख
पूछो उनसे
जिनके पास नहीं है
अपना घर
टूटा हो या फूटा हो
टाट-झोपड़ी वाला घर
एक मंजिला हो या
हो बहुमंजिला
अपना घर तो
अपना घर ही होता है |
- मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
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