साहित्य चक्र

01 December 2018

* किक्रेट का भगवान...'सचिन'



किक्रेट यानि सचिन...! किक्रेट का नाम लेते ही सीधे सचिन रमेश तेंदुलकर याद आता है..। जी हाँ...! किक्रेट के भगवान सचिन रमेश तेंदुलकर को ही कहा जाता है..। अगर आप भारत में रहते है..। तो आप सचिन तेंदुलकर को जरूर जानते होगें..। भारत में सचिन का मतलब ही किक्रेट होता है..। या किक्रेट मतलब सचिन होता है..। ठीक उसी तरह ऑस्ट्रेलिया में भी किक्रेट का मतलब डॉन ब्रैंडमैन होता है..!






आज हम आपको सचिन और किक्रेट से जुड़ी कुछ अहम जानकारियाँ देने जा रहे है..। शायद ही आपने पहले कभी सुनी हो..। भारत में किक्रेट एक धर्म की तरह पूजा जाता है..। आप ही नहीं हम भी किक्रेट को अपना धर्म मानते है..।  भारत में किक्रेट को 1983 के बाद जो पहचान मिली..। शायद ही उतनी किसी और खेल को मिली होगी..। 1983 से पहले भारत के लोग किक्रेट को जानते तक नहीं तो..यानि किक्रेट से ज्यादा हॉकी खेला जाता था..। उसके बाद जो हुआ...वो आज आपके सामने है...। 1983 का विश्वकप जीतकर भारत ने एक नई उमंग पैदा कर दी..। इस खेल के प्रति..। आज भी बच्चा पैदा होते ही किक्रेटर बनना चाहता है..। सचिन बनना चाहता है..। धोनी बनना चाहता है..। 1983 को विश्वकप जीते के बाद देश को एक ऐसा महान खिलाड़ी मिला..। जो आज किक्रेट का भगवान कहा जाता है..। जी हां वो शख्स कोई और नहीं बल्कि सचिन तेंदुलकर है। 24 अप्रैल 1973 को सचिन तेंदुलकर का जन्म हुआ। सन् 1989 में सचिन ने विश्व किक्रेट में कदम रख दिया...। साल 2013 में सचिन ने विश्व किक्रेट से संन्यास लेने की घोषणा की। 





सचिन ने अपने किक्रेट करिअर में 200 टैस्ट मैच, जबकि 463 वनडे मैच, वहीं एकमात्र 20-20मैच खेला है। सचिन एकमात्र ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें देश का सर्वोच्च पुरस्कार 'भारत रत्न' से नवाज गया है..। वहीं साल 2012 में सचिन को राज्यसभा सांसद के रूप में भी नामित किया गया..। सचिन भारतीय किक्रेट टीम के कप्तान भी रहे है..।  सचिन के अपने किक्रेट करियर की शुरूआत 15 नवम्बर 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ करांची में पहला टेस्ट मैच खेलकर की..।  तब सचिन मात्र 16 साल के लड़के थे..।





 सचिन ने अंतर्राष्ट्रीय किक्रेट में सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा मैच और शतक बनाए हैं...। 30 हजार से ज्यादा रन और 100 शतक लगभग 665 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले है..। पहला एकदिवसीय दोहरा शतक भी सचिन ने ही लगया..।  सचिन भारत के ही नहीं बल्कि पूरे विश्व क्रिकेट के भगवान माना जाते है..।। 


                                       संपादनः- दीपक कोहली



          

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