साहित्य चक्र

01 December 2018

# बर्फ की चादर, जवानों की जिंदगी

           


जी हां...! आज मैं उन जवानों की बात करूगां..। जो हमारे लिए अपनी जान दांव पर लगाते हैं..। चाहे दिन हो या रात, हर पल.. वो देश की सेवा में तैनात रहते हैं...। हमारे ये जवान देश के लिए अपनी जान दांव पर लगाए सीमा पर खड़े रहते हैं। चाहे धूप हो या बारिश या फिर बर्फ की चादर ही क्यों ना हो...। हौसले जिनके बुलंद...! मजबूत जिनके कंधे...! सीना जिनका 56 इंच चौड़ा...। वो कोई और नहीं मेरे देश की शान हैं...। मेरे देश के जवान..।  हमारे ये जवान...। ना झुकते है दुश्मन के सामने...! ना डरते है...! ऑंधी-तूफान से....! मैं जय हिंद...! जय हिंद...! से शुरू कर रहा हूं इनकी वीरता की गाथा...।



आइए आप भी जानिए..। हमारे सैनिकों का वीरगाथा...। जय हिंद-जय भारत..। 

हमारे देश की शान..! हमारे सेना के सैनिक-जवान हैं। जो हमारे लिए अपनी जिंदगी मौत के हवाले कर देते हैं। लेकिन आज हमारे देश में इन जवानों को भी सही तरीके का खाना और इनके परिवार वालों को सही सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। जिसके चलते हमारे ये जवान आज सोशल साइट पर अपनी आपबीत बताने को मजबूर हो रहे हैं..। जिसके लिए हमारी सरकार ने अभी तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया हैं। वैसे होने को तो हमारी सरकार कई दांवे करती रही हैं। जिसमें वन रैंक-वन पेंशन, सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कई मुद्दे शामिल हैं। कई बार तो सरकार और विपक्ष आपस में ही लड़ते रहते हैं। वैसे मैं किसी पार्टी के पक्ष में नहीं बोलना चाहता हूं..! क्योंकि राजनीतिक पार्टियां सब एक जैसी होती हैं। और ना ही मैं इस विषय पर कोई राजनीतिक मुद्दा खड़ा  करना चाहता हूं। बस जवानों पर ही बात करूगां..। हमारे जवान किन हालातों में देश की रक्षा करते हैं। उन कठिनाइयों और मुश्किल पहाड़ों का सामना कैसे करते हैं...? जो खतरनाक ही नहीं जानलेवा भी होते हैं..। क्या आपने कभी आपने सोचा है आखिर कैसे रहते होंगे हमारे ये सेना के जवान...? उस बर्फ की चादर पर कैसे 24 घंटे खड़े रहते होंगे..? जहां हम सोच भी नहीं सकते...कि वहां जीवन जीना कैसा होगा...? आखिरकार अब वो समय आ ही गया है..! कि हर देशवासी को सेना के जवानों के बारे में पता हो..। हमारे जवान किन परिस्थियों में काम करते हैं और अपना समय बीतते हैं..।  

हर देशवासी को जानना होगा...! हमारी सेना कैसे रहती है..?  कैसे सीमा पर पैनी नज़र रखती हैं...? कैसे इसमें शामिल हुआ जा सकता है..?

आइए आपको बताते हैं..। कैसे हमारी सेना की भर्ती प्रक्रिया होती हैं..।  एक आम युवा को पहले भर्ती प्रतिक्रिया पार करनी होती है। उसके बाद उसे नौ महीने कड़ा अभ्यास कराया जाता हैं..। जिसके बाद उसे रंगरूट की ट्रेनिंग दी जाती हैं। जिसके बाद वह युवा उस लायक बनता हैं..। जिसकी जरूरत सेना को होती हैं..। अनुशासन, दया-भाव, नियम आदि सीखाया जाता है। जिसके बाद एक युवा सेना का सच्चा सैनिक बन पता हैं..। देश के लिए मर-मिटने की कसमें खाई जाती हैं..। चाहे घर में मां बीमार हो या फिर पत्नी गर्भ से हो..। अगर देश खतरें में है...! तो हमारे जवानों के लिए सबसे पहले देश यानि भारत माता हैं..।  



                                            * संपादक- दीपक कोहली *   

No comments:

Post a Comment