साहित्य चक्र

08 August 2024

कविताः सुकून






“जिसको देखकर आये चेहरे पर हँसी,
वो है सुकून।

जिसकी बातों में दिल खो जाये,
वो है सुकून।

जिसके हाथों का खाना पेट भर जाये,
वो है सुकून।

जहां कुछ ग़म ना सताये,
वो है सुकून।

जिसकी आहट से ख़ुशबू भर जाये,
वो है सुकून।

बातें लगे जिसकी सरगम जैसी,
वो है सुकून।"

- डॉ मंजू तिवारी

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