साहित्य चक्र

02 August 2024

कविता- तलाश





ढूंढने पर भी नहीं मिलते 
वह लोग जो सत्य की बात 
सब से किया करते हैं।

ढूंढने पर भी नहीं मिलते 
वह लोग जो अपने होकर 
अपनापन दिखाए करते है।

ढूंढने पर भी नहीं मिलते 
वह लोग जो सच्ची मोहब्बत की 
तलाश किया करते है।

ढूंढने पर भी नहीं मिलते 
वह लोग जो सब होते हुए भी
आम सा जीवन जिया करते है।

ढूंढने पर भी नहीं मिलते 
वह लोग जो सत्य के लिए जी जान से 
लड़ा करते है।

ढूंढने पर भी नहीं मिलते 
वह लोग जो राम में भी रहीम 
ढूंढ लिया करते है।

ढूंढने पर भी नहीं मिलते 
वह लोग जो मस्तिष्क के 
साथ ह्रदय को भी 
स्थिर रख लिया करते है।


                                                - डॉ.राजीव डोगरा


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