साहित्य चक्र

02 August 2024

कविता- धैर्य




जीवन में अनेक अनुभवों से मिलवाता है धैर्य,
परिवार, मित्रता,रिश्तों के सानिध्य मिलता है धैर्य,
आचरण, सफलता, हौसला ईनाम देता है धैर्य,
विषम परिस्थितियों में हालात संभाल मनोबल देता है धैर्य,
संपन्नता शांति का प्रतिक है धैर्य,
युगों से प्रचलन में परिक्षाओं का आकाश है धैर्य,
भगवन राम के इंतजार में सीता का विश्वास है धैर्य,
रणभूमि से लौटा विजय का माथे पर तिलक है धैर्य,
शहिदों की अविस्मरणीय शौर्य गाथाओं में छिपा है धैर्य,
कुटुंब के एकजुट रहने का संकल्प है धैर्य,
नौ माह गर्भावस्था से प्रसव पीड़ा तक का सफर है धैर्य,
मां पिता की जिम्मेदारियों का परिचायक है धैर्य,
प्रेमियों के हृदय में खिलने वाला मधुर आंनद है धैर्य,
पथिक की राहों में शूल है धैर्य,
विकलांगता का साहस बन खड़ा है धैर्य,
सियाचिन में तैनात फौजियों की जोखिमता है धैर्य,
अंतरिक्ष यात्रियों का अंजान तथ्य की खोज में है धैर्य,
मंदिर मस्जिद दरगाहों की कतारों में है धैर्य,
पीर फकीर हकीम की दुआओं दवाओं में है धैर्य,
कैलाश पर्वत की यात्रा की कठिनाइयों में है धैर्य,
बीज से फसल की प्रतिक्षा किसानों की आखों में दर्शाता संघर्ष है धैर्य,
तो फिर घबराना क्यों जब
धैर्य युगों से इतिहास में है,
धैर्य का दल अटूट विश्वास में है,
धैर्य दिव्य शक्ति आतंरिक अहसास में है,
धैर्य युक्ति शरीर के श्वास में है,
धैर्य का सर्वश्रेष्ठ कवच पास में है।


                                                                 - अंशिता त्रिपाठी



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