साहित्य चक्र

12 October 2019

एक सवाल अभी बाकी है

"रावण अभी बाकी है"




एक सवाल अभी बाकी है,
एक जवाब अभी बाकी है।
सदियों से रावण जला रहे,
लेकिन उसका पाप अभी बाकी है।


नारी को देखने वाली,
बुरी नजर अभी बाकी है।
अबला पर शक्ति आज़माने वाली,
सोच अभी बाकी है।


पवित्र रिश्तों में ज़हर घोलने वाले,
लोग अभी बाकी है।
मर्द होने पर घमंड करने वाले,
इंसान अभी बाकी है।


कौन कहता है, रावण मर गया,
ज़रा गौर से देखो समाज में,
कितने रावण अभी बाकी है।


एक सवाल अभी बाकी है,
एक जवाब अभी बाकी है।
सदियों से रावण जला रहे,
लेकिन उसका अहंकार अभी बाकी है।


भाई को कपटी कह कर,घर से निकालने वाले,
पाखण्डी अभी बाकी है।
अपने स्वार्थ के लिए,दुश्मन को दोस्त बना ले,
तेरे स्वार्थी अभी बाकी है।


अपनी अर्धागिनी का तिरस्कार करने वाले,
पशुजन अभी बाकी है।
पापी तन औऱ मन से खुद को शिव भक्त कहने वाले,
महामूर्ख अभी बाकी है।


कौन कहता है रावण मार गया,
जरा गौर से देखो समाज मे,
कितने रावण अभी बाकी है।

                                       ममता मालवीय

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