साहित्य चक्र

26 October 2019

लक्ष्मी गणेश जी के नाम पत्र-



पूजनीय/ पूजनीया
लक्ष्मी और गणेश जी के पावन चरणों में पृथ्वी लोक से रिखब चन्द राँका 'कल्पेश' का कोटि कोटि प्रणाम।

   
मैं यहाँ पर कुशल पूर्वक हूँ। आप भी स्वर्ग लोक में कुशल मंगल होंगे आपको विदित है कि इस पृथ्वी लोक पर अनेक त्योहार मनाएँ जाते हैं। जिसमें सबसे बड़ा त्योहार दीपावली का पर्व जिसमें आप दोनों के साथ ज्ञान की देवी सरस्वती माँ की भी पूजा होती है। 

     मैं आपसे यह निवेदन करता हूँ कि धरती पर कई लोग गरीब है। वे अपना जीवन बड़े कष्टमय बिताते है।आपके चरणों में निवेदन है कि उनके घर में धन की वर्षा करें सुख समृद्धि की बौछार कर उनका घर धन धान्य से परिपूर्ण करें। जिससे वे सब भी दीपावली का त्योहार आनन्द पूर्वक मना सके और विनय व श्रद्धा भाव से आपकी पूजा कर सके। इतनी कृपा कर दो माँ।

   ‌‌‌  रिद्धि सिद्धि के दातार गणेश जी महाराज व ज्ञान की देवी सरस्वती माँ आपके चरणों में निवेदन है कि इस पृथ्वी पर लगभग 6 करोड़ बच्चे प्राथमिक शिक्षा से वंचित है। जिनको विद्या की‌ अति आवश्यकता है। यदि आप दोनों की कृपा हो जाए और आशीर्वाद मिल जाए तो यह बच्चे भी शिक्षित होकर आत्मनिर्भर बनकर देश सेवा में योगदान दे सके माँ।इस‌ अज्ञान रूपी अंधकार में ज्ञान रूपी दीपक जलाकर शिक्षा का उजियारा फैला दो माँ।

    इस पृथ्वी लोक पर राम राज्य‌ आ जाए। गरीबी दूर हो, सबको रोजगार मिले, भष्ट्राचार का अंत हो। सब लोग मिलजुलकर प्यार और शांति के साथ रहे। परोपकार की भावना सबके मन में हो ऐसा आशीर्वाद प्रदान करो माँ। आप तो अंतर्यामी है सब कुछ जानकर भी अनजान बनी हो। भक्तों के संकट दूर करो।

   मुझे आशा ही नही अपितु पूर्ण विश्वास है कि आप दीपावली के महान पावन पर्व पर मेरी अभिलाषा को पूर्ण करेंगे साथ ही आप सब दीपावली की सांयकाल को मेरे घर पधारकर आशीर्वाद प्रदान करे व मेरे परिवार को धन्य करेंगे।

आपसे सादर निवेदन है कि परमपिता परमेश्वर प्रजापति ब्रह्मा जी,क्षीर सागर में विराजित नारायण हरि विष्णु जी व कैलाश पर्वत पर विराजित भोलेनाथ शंकर जी के पावन चरणों व स्वर्ग लोक में विराजित सभी देवगणों को मेरा प्रणाम कह दीजिए।


                                                                   आपका चरणरज
                                                             रिखब चन्द राँका 'कल्पेश'


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