साहित्य चक्र

09 May 2023

कविताः तुम्हारा दिल मेरे पास है




दिल में आरजू तुम्हारी हमसे जुड़ गई है
तुम मेरे दिल में हमेशा एक धड़कन बनकर धड़कते हो।

जब ख्याल तुम्हारा आया तो सांसो में भी
महसूस होने लगते हो लम्हों लम्हों की वह बातें
आज हर पल याद आती है वह खास लम्हों की
प्यार भरी जिंदगी कितनी खूबसूरत यादों को सजाती हैं।

वो अश्कों से बहते हुए आंसू भी उस चीज का गवाह है,
कि कभी ना बहते आंसू पर तुम्हारे लिए हमेशा बहते हैं।

वह सूरज जैसा तेज चांद जैसी ठंडक दिल को सुकून देती 
रही हमने कुछ तुमसे कह दिया पर तुमने भी हंसके टाल दिया
 यह भी खूबसूरती आपके जहन में हमें देखने को मिली।

बातों बातों में गहरी मोहब्बत का राज करने लगा
तुम्हारा दिल मेरे दिल में धड़कने लगा ,
मेरा दिल तुम्हारे दिल में धड़कने लगा।

यह भी क्या खूब एक दूसरे की धड़कन में
 धड़कने की वजह बन गया।


                                       - रामदेवी करौठिया


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