ममता का दूसरा नाम माँ है।चारों धाम सुबहो शाम माँ है।जो गीत गज़लो का बोध करातीमात्राओ की लगती लगाम माँ है।शब्दो का संचार होता मुझमेकिताबों का होती सार माँ है।जीवन की इस आपाधापी मेसबसे सच्चा लगती प्यार माँ है।जिसके होने से घर घर लगताहोती बच्चों का संसार माँ है।धड़कन होते बच्चे जिसकीसाँसो की लगती तार माँ है।सागर की उठती लहर माँ है।गज़ल की होती बहर माँ है।जिधर देखो उधर मिलजाएबसी हर तरफ गाँव शहर माँ है।मनन तिवारी
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