जयदीप पत्रिका
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साहित्य चक्र
31 May 2017
सपने...?
* सपने *
सपने तो सपने हैं...।
जरूरी नहीं की पूरे हो जाए..।।
सपनों का क्या..। सपने तो,
हमेशा टूटते रहते है...।।
कभी नींद टूटी, तो कभी सपने टूटे..।।
सपनों का क्या...।।
सपने तो सपने हैं...।
जरूरी नहीं की सपने पूरे हो जाए...।।
दीपक कोहली
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